कानपुर।उत्तर प्रदेश के कानपुर में आई लव मोहम्मद बैनर को लेकर शुरू हुआ विवाद अब यूपी के कई शहरों में फैल गया है।आई लव मोहम्मद बैनर को लेकर शुरू हुआ विवाद अब उत्तराखंड तक भी फैल गया है।कानपुर में बारावफात के जुलूस के दौरान लगे इस पोस्टर पर आपत्ति जताए जाने के बाद हिंदू और मुस्लिम समुदाय आमने-सामने आ गए थे।इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की।कानपुर में एफआईआर दर्ज होने के बाद कई शहरों में मुस्लिमों ने विरोध प्रदर्शन किया।वहीं कुछ स्थानों पर सर तन से जुदा जैसे भड़काऊ नारे भी लगाए गए, जिससे तनाव और बढ़ गया।
यूपी के विभिन्न शहरों में विरोध और पुलिस की कार्रवाई
कानपुर में आई लव मोहम्मद बैनर पर विवाद के बाद कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए।समाजवादी पार्टी के विधायक रवि हसन ने कानपुर पुलिस पर आरोप लगाया कि एफआईआर की भाषा गलत है और इसे रद्द किया जाना चाहिए।
औरैया में वीडियो वायरल
औरैया में भी ऐसा ही एक वीडियो वायरल हुआ।पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई की।उन्नाव और महराजगंज में बिना अनुमति जुलूस निकालने और पुलिस पर पथराव करने के आरोप में कई लोगों पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारियां की गईं।
बरेली में आईएमसी नेता इंस्पेक्टर को दी धमकी
बरेली में आईएमसी नेता डॉ. नफीस का वीडियो वायरल हुआ,जिसमें वह इंस्पेक्टर को धमकी दे रहे हैं कि पोस्टर हटाने पर हाथ काट दूंगा।दरअसल बरेली शहर में दो अलग-अलग घटनाओं ने माहौल को गरमा दिया।पहली घटना किला थाना क्षेत्र की है,जहां आई लव मुहम्मद लिखे पोस्टर हटाने पर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल नेता डॉ. नफीस का विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया,जिसमें नफीस खुलेआम लोगों से कह रहे हैं मैंने इस्पेक्टर के बहुत गालियां दी है,पोस्टर हटाए तो हाथ काट दूंगा।इसके अलावा बरेली के ही थाना प्रेम नगर जहां इंस्टाग्राम पर धार्मिक भावनाएं भड़काने वाली पोस्ट सामने आने से तनाव फैल गया।
महराजगंज में जुलूस निकाल रहे लोगों को पुलिस ने रोका
महराजगंज जिले के सक्सेना चौक पर आई लव मोहम्मद का जुलूस निकाल रहे लोगों को पुलिस ने रोक दिया।पुलिस बिना अनुमति जुलूस निकालने के आरोप में 4 नामजद, 60 अज्ञात लोगों पर 189 (2), 223 बीएनस की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करते हुए कार्रवाई कर रही है।पुलिस ने जुलूस में शामिल 9 गाड़ियों को भी सीज कर दिया है।
उत्तराखंड में बवालियों पर कार्रवाई
उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में तो हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस को उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करनी पड़ी और बुलडोजर चलाना पड़ा।मास्टरमाइंड नदीम अख्तर समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है।इस विवाद में हुए बवाल के बाद उधम सिंह नगर प्रशासन पूरे एक्शन मोड में नजर आ रहा है।जुलूस के बाद बीते दिनों प्रशासन द्वारा की गयी बुलडोजर कार्रवाई और बिजली विभाग द्वारा की गई सख्ती दूसरे दिन भी जारी रही। गुरुवार को ऊधम सिंह नगर जिले के जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया काशीपुर पहुंचे और मौके पर चल रही प्रशासनिक कार्यवाही का जायजा लिया।
महाराष्ट्र में भी प्रदर्शन
महाराष्ट्र के कल्याण में मुस्लिम महिलाओं ने पैगंबर मोहम्मद के समर्थन में एक बड़ी रैली निकाली।इस रैली में सैकड़ों महिलाओं ने आई लव मोहम्मद लिखे पोस्टर और बैनर दिखाते हुए भाग लिया।मामला शांति से निपट गया।
नागपुर में वसीम खान के नेतृत्व में हुआ आंदोलन
नागपुर शहर कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग अध्यक्ष वसीम खान के नेतृत्व में किया गए आंदोलन में सभी दल के लोग शामिल हुए।वसीम ने कहा कि संविधान ने सभी धर्मों को अपने खुदा, देवी-देवता को पूजने का अधिकार दिया है,हमारे नबी ने पूरे आलम को इनसानियत का पैगाम दिया है, वो सारे जहां के लिए रहमत बनकर आए हैंआखिर में खान ने चेतावनी देते हुए कहा कि नबी की शान के खिलाफ कुछ भी हम बर्दाश्त नहीं कर सकते,हमारा सब कुछ नबी पर कुर्बान है, कृपा करके नफरत ना फैलाएं।
आई लव महादेव का पोस्टर और नेताओं के बयान
इस विवाद के जवाब में आध्यात्मिक नगरी काशी के संतों ने आई लव महादेव के पोस्टर जारी किए हैं।सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर स्वामी नरेंद्रानंद ने कहा कि वे भारत को नेपाल या बांग्लादेश नहीं बनने देंगे।
अखिलेश ने ये कहा
इस मामले को संवेदनशील बताते हुए सपा मुखिया अखिलेश यादव कहा कि इसकी जड़ में जाना चाहिए। अखिलेश ने कहा कि धर्म में एक-दूसरे को आई लव यू कहने से सारे मामले खत्म हो जाएंगे।इसके विपरीत डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इसे विपक्ष की साजिश बताया,जबकि मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि योगी सरकार को ऐसे लोगों को ठोक करजेल में बंद करना चाहिए।
मामले पर उलेमा और सियासी पार्टियों की प्रतिक्रिया
इस विवाद पर उलेमा और राजनीतिक दलों की भी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।देवबंदी उलेमा कारी इरशाद गोरा ने आई लव मोहम्मद कहना गर्व की बात बताया और पोस्टर लगाने वालों पर एफआईआर को गलत बताया। इरशाद गोरा ने पूरे पुलिस विभाग को बर्खास्त करने की मांग की।